फिंगरप्रिंट एनालिसिस एंड क्रिमिनल ट्रेसिंग सिस्टम (फैक्ट्स)
परिचय
देश की विधि प्रवर्तन एजेंसियों में अपने संक्षिप्त नाम सीएफ़पीबी के नाम से प्रसिद्ध केंद्रीय अंगुल चिन्ह ब्यूरो वर्ष 1955 में अस्तित्व में आया । अंतर्राज्यीय अपराधियों की तलाश और अंगुल चिन्ह ब्यूरो के मानकीकरण, आधुनिकीकरण और समन्वय के द्वारा अंतर्राज्यीय प्रकृति वाले अपराधिक पूछताछ के मामलों में देश भर में विधि प्रवर्तन एजेंसियों की लंबे समय से अभिलषित आवश्यकता को एक नोडल एजेंसी के रूप में पूरा किया है । अंतर्राज्यीय एवं अन्तरराष्ट्रीय अपराधियों के रिकॉर्ड के प्रभावी रख-रखाव तथा अपराध के समन्वय हेतु राज्य और राष्ट्रीय मुख्यालयों पर अंगुल चिन्ह रिकॉर्ड को कम्प्यूटरीकृत करने की आवश्यकता महसूस हुई थी ।
फ़ैक्टस क्या है ?
फ़ैक्टस एडवांसड ऑटोमेटिड अंगुल चिन्ह पहचान प्रणाली है । इसमें चान्स प्रिंट की तुलना सहित अंगुल चिन्हों की पकड़, कूटलेखन (एनकोड), स्टोर तथा मिलान करने के लिए इमेज प्रोसेसिंग और पैटर्न पहचान तकनीक का प्रयोग किया जाता है ।
फ़ैक्टस के उद्देश्य
- के. अ. चि. ब्यूरो हेतु आदेशों के अनुसार अपराधों की अनुसूची में आने वाले दोषसिद्ध (अभिशस्त) भारतीय तथा विदेशी अपराधियों की विनिर्दिष्ट श्रेणियों में अंगुल चिन्ह रिकॉर्ड पर्चियों का रख-रखाव एवं कम्प्यूटरीकरण करना ।
- भारत में पुलिस थानों और अन्य एजेंसियों से प्राप्त अज्ञात अंतर्राज्यीय संदिग्ध व्यक्तियों से संबंधित संदर्भों की तलाश संचालित करना और अपराध-स्थल पर विकसित किये गए चान्स प्रिंटों की तलाश करना ।
- अन्तरराष्ट्रीय अपराधियों के अंगुल चिन्ह रिकॉर्ड का रख-रखाव तथा कम्प्यूटरीकृत करना और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, नई दिल्ली के इंटरपोल प्रभाग द्वारा भेजे संदर्भों की तलाश संचालित करना ।
फ़ैक्टस द्वारा प्रदत्त सुविधाएं
- डाटाबेस का निर्माण
- पहचानपूरक पूछताछ
- क. दस प्रिंट से दस प्रिंट तलाश
- ख. दस प्रिंट तलाश से चान्स प्रिंट
- ग. चान्स प्रिंट तलाश से दस प्रिंट
- घ. चान्स प्रिंट तलाश से चान्स प्रिंट
- दूरस्थ पूछताछ प्रोसेसिंग
- अपराधिक एट्रीब्यूट डेटाबेस की रचना
फ़ैक्टस – डाटाफ्लो

कुल रिकॉर्ड
दिनांक 30/11/2018 के अनुसार के. अ. चि. ब्यूरो के पास 12,07,152 दस-अंकों की अंगुल चिन्ह पर्चियों का डेटाबेस है ।
रोड मैप
- तात्कालिक कार्य हेतु उन्नयन सॉफ्टवेयर और 30-35 लाख अंगुल/हथेली चिन्ह रिकॉर्ड को स्टोर करने की क्षमता में वृद्धि ।
- अपराधियों की पहचान के लिए फोटो गैलरी का रख-रखाव ।
- पुलिस थाना, जिला और राज्य स्तर से पूछताछ तथा रिकॉर्ड की ऑन लाइन प्रोसेसिंग के लिए अंगुल चिन्ह ब्यूरो की राष्ट्रव्यापी कनेक्टिविटी स्थापित करना ।
- अपराध तथा अपराधियों की प्रभावी ढंग से तलाश हेतु सीसीटीएनएस के अंगुल चिन्ह डाटाबेस से पुलिस/न्यायपालिका / जेलों / प्रशासनिक एजेंसियों इत्यादि को जोड़कर डाटा सांझा करना ।