प्रशिक्षण शाखा

एनसीआरबी का एक उद्देश्य देश में पुलिस बलों की क्षमता निर्माण के लिए आईटी और अंगुलि छाप विज्ञान में प्रशिक्षण प्रदान करना है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की प्रशिक्षण शाखा इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है।

प्रत्येक वर्ष यह शाखा भारतीय पुलिस अधिकारियों के लिए औसतन 50 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती है। इन पाठ्यक्रमों की अवधि 2 दिन से 1 सप्ताह तक होती है। "साइबर अपराध और डिजिटल फॉरेंसिक", "अपराध अपराधी ट्रैकिंग और नेटवर्क सिस्टम", "सीसीटीएनएस तकनीकी / परियोजना प्रबंधन", "अंगुलि छाप विज्ञान पर टीओटी", "फ़िंगरप्रिंट साइंस पर रिफ्रेशर कोर्स", "बेसिक फ़िंगरप्रिंट साइंस", "रंगीन पोर्ट्रेट निर्माण सिस्टम", "भारत में अपराध पर टीओटी", "भारत में दुर्घटना में मृत्यु एवं आत्महत्या पर टीओटी", ”भारत में जेल सांख्यिकी पर टीओटी”, "ऑटोमैटिक फ़िंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन  सिस्टम पर कार्यशाला" "आपराधिक प्रक्रिया (शनाख्त) अधिनियम, 2022" आदि जैसे विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कैलेंडर के अनुसार नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है।

एनसीआरबी, क्षेत्राधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षित व्यक्तियों के क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षक (टीओटी) पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण भी प्रदान करता है। राज्यों / संघ शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस संगठनों / केंद्रीय सशस्त्र बलों सहित सभी पदों के अधिकारी एनसीआरबी द्वारा आयोजित  प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

आंतरिक संकाय सदस्य अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं एवं उन्हें प्रशिक्षण का विस्तृत अनुभव है। एनसीआरबी के संकाय सदस्य देश के विभिन्न प्रमुख संस्थानों जैसे "सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद", "आरपीसीटीसी", "सीबीआई अकादमी", "लोक नायक जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय अपराध विज्ञान और फॉरेंसिक साइन्स (LNJN NICFS)" आदि में कार्यशालाएं आयोजित करते हैं एवं व्याख्यान देते हैं। एनसीआरबी, व्याख्यान देने के लिए  सीबीआई, एनआईसीएफएस, सीइआरटी-इन, एनटीआरओ,इएसआरआई, NeurIOT और अन्य प्रतिष्ठित सार्वजनिक /निजी संगठनों जैसे आईटी, साइबर अपराध, डिजिटल फॉरेंसिक, अंगुलि छाप विज्ञान आदि जैसे संगठनों से विशिष्ट अतिथि व्याख्याताओं को आमंत्रित करता है ।

2018-2019 से आरंभ किए गए नए पाठ्यक्रम

साइबर अपराध और डिजिटल फोरेंसिक - रेस्पोंडर ट्रैक (उप निरीक्षक एवं उससे ऊपर के लिए), साइबर अपराध और डिजिटल फोरेंसिक - जांच ट्रैक (उप निरीक्षक एवं उससे ऊपर के लिए), साइबर अपराध और डिजिटल फोरेंसिक- न्यायिक ट्रैक (न्यायाधीश/मजिस्ट्रेट/अभियोजन अधिकारी), मानव तस्करी विरोधी पर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण - (आरक्षक से उप निरीक्षक/डाटा एन्ट्री आपरेटर), नेफिस पर कार्यशाला (अंगुलि छाप ब्यूरो एवं केन्द्रीय अंगुलि छाप ब्यूरो के अंगुलि चिन्ह विशेषज्ञ) और सीआरपीआई अधिनियम 2022 आदि।

2018-19 से आरंभ किए गए नए विषय

अ. सूचना प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम के लिए

क्रेडिट कार्ड और ऑन-लाइन धोखाधड़ी के नवीन चलन, डिजिटल साक्ष्य, साइबर अपराध के विरुद्ध कानूनी ढांचा, डिजिटल साक्ष्य एकत्र करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, टूल्स की सहायता से डिजिटल साक्ष्य से डेटा प्राप्ति, सीडीआर विश्लेषण, आईपीडीआर विश्लेषण, इंटरनेट मॉनीटरिंग जैसे विभिन्न विषयों  और टेलीफोन टैपिंग आदि को प्रशिक्षण मॉड्यूल में शामिल किया गया है। इसके अलावा, कुछ विशेष विषय जैसे कि सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण, नाइजीरियाई धोखाधड़ी, सफल जांच के मामलों का अध्ययन, सामाजिक मीडिया विश्लेषण से आपराधिक सूचना का संग्रह, एनसीआरबी द्वारा विकसित मोबाइल ऐप आदि को आरंभ किया गया है ।

ब. फिंगर प्रिंट कोर्स के लिए

समान बिंदुओं की अंतर्राष्ट्रीय तुलना विधियों जैसे विषयों पर प्रशिक्षण, अपराध दृश्य प्रबंधन एवं सांख्यिकीय विश्लेषण, डिजिटल फोटोग्राफी एवं आईटी अधिनियम नेफिस/लाइव स्कैनर, एफपी पहचान के त्रुटिपूर्ण मामले, अव्यक्त जांच में नैनो-कण, संचार के महत्व को शामिल किया गया है।

प्रशिक्षण पद्धति

प्रशिक्षण पैराडाइम (Paradigm) को इस तरह से तैयार किया गया है कि यह प्रोद्योगिकी पाठ्यक्रमों से आगे बढ़कर पुलिस को अपराधों को हल करने में मददगार हो।  अनुभव साझाकरण और शंका समाधान सत्र नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाते हैं। अनुभवी फैकल्टी द्वारा विशेष विषयों पर अधिक प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जाता है। केवल सैद्धांतिक (theory) सत्रों के बजाय हैंड्स-ऑन-सेशन पर जोर दिया जाता है।

छात्रावास सुविधा

एनसीआरबी में छात्रावास की सुविधा है जहां प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षु एनसीआरबी छात्रावास में रह सकते हैं ।

 

सांख्यिकी

एनसीआरबी द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों की संख्या एवं 31/03/2023 तक प्रशिक्षित अधिकारियों की संख्या निम्नलिखित है:-

रा..रि.ब्यूरो

विदेशी प्रशिक्षण

आरपीसीटीसी

सीसीटीएनएस

कुल

पाठ्यक्रम

प्रशिक्षार्थी

पाठ्यक्रम

प्रशिक्षार्थी

पाठ्यक्रम

प्रशिक्षार्थी

पाठ्यक्रम

प्रशिक्षार्थी

पाठ्यक्रम

प्रशिक्षार्थी

879

17734

77

1549

1506

36778

442

16443

2903

72473

ब्यूरो की यह शाखा ब्यूरो के तीन वार्षिक प्रकाशनों के लिए डेटा के कारगर संग्रह के लिए "प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण" पाठ्यक्रम आयोजित करती है। भारत में अपराध, भारत में दुर्घटना मृत्यु और आत्महत्या एवं भारत में जेल सांख्यिकी।

क्षेत्रीय पुलिस कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र (RPCTC)

चार आरपीसीटीसी (हैदराबाद, गांधीनगर, लखनऊ और कोलकाता में एक-एक) भारतीय पुलिस के कनिष्ठ स्तर के अधिकारियों के लिए समान पाठ्यक्रम संचालित करते हैं। एनसीआरबी द्वारा आरपीसीटीसी में ये पाठ्यक्रम क्षेत्रीय स्तर पर क्षमता निर्माण की सुविधा हेतु प्रायोजित किए जाते हैं। प्रशिक्षण कैलेंडर को साइबर अपराध आदि जैसे नवीनतम तकनीकों पर पाठ्यक्रम आरंभ करके पुनः डिजाइन किया गया है। ब्यूरो, आरपीसीटीसी में आयोजित विभिन्न पाठ्यक्रमों के ब्लॉक सिलेबस को डिजाइन करने में सहयोग करता है।

संचालित पाठ्यक्रमों की संख्या

प्रशिक्षित संख्या

1506

36778

 

01 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक आयोजित वेबिनार

कोविड-19 महामारी के कठिन समय में, ई-लर्निंग, प्रशिक्षुओं के साथ-साथ प्रशिक्षकों के लिए भी एक प्रभावी विकल्प के रूप में उभरा है। एनसीआरबी पुलिस अधिकारियों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण और वेबिनार आयोजित करता रहा है। वेबिनार के विषय विभिन्न प्रोद्योगिकी विषयों पर आधारित हैं, जो विधि प्रवर्तन एजेंसियों के लिए बहुत अधिक समकालीन और विषय-संगत हैं, जिनमें प्रख्यात और प्रतिष्ठित वक्ता व्याख्यान देते हैं। ब्यूरो ने कुल 16 वेबिनार आयोजित किए।

01 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक की अवधि के दौरान निम्नलिखित वेबिनारों का आयोजन किया गया।

वेबिनारों का विवरण:

क्रम सं.

वेबिनार का विषय

  1.  

साइबर आतंकवाद और उसकी जांच

  1.  

भविष्य के अपराध एवं स्मार्ट पुलिसिंग

  1.  

साइबर कानून

  1.  

क्लाउड और नेटवर्क सुरक्षा का भविष्य

  1.  

डिजिटल फोरेंसिक और मामलों के अध्ययन के माध्यम से जांच

  1.  

क्लाउड सुरक्षा - चुनौतियां, खतरे और कमजोरियां

  1.  

साइबर कानून एवं सोशल मीडिया चुनौती

  1.  

ड्रोन एवं एंटी ड्रोन: भारतीय पुलिस के लिये खतरा एवं अवसर

  1.  

हमारी सुरक्षा पहल एवं शिक्षा में मेटावर्स का उपयोग

  1.  

ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी एवं क्रिप्टो मुद्रा: जांच तकनीक एवं पुलिस संज्ञान में मामले

  1.  

परिवर्तन प्रबंधन

  1.  

जांच में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रौद्योगिकियों का उपयोग

  1.  

कानून प्रवर्तन एजेन्सियों के लिए नये ड्रोन  विनियम और निहितार्थ

  1.  

कानून प्रवर्तन एजेन्सियों के लिए प्रिडिक्टिव पुलिसिंग

  1.  

वित्तीय साइबर धोखाधड़ी एवं जांच में चुनौतियां

  1.  

प्रभावी पुलिसिंग के लिए चैटजीपीटी का प्रभाव

 

 

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Updated On: 08/05/2023
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